सूरत में 'रिवर्स बैंक ऑफ इंडिया' के 25.80 करोड़ के जाली नोट जब्त, पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया

एसपी ने कहा कि पुलिस ने भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और फॉरेंसिक साइंसेज लेबोरेट्री के अधिकारियों की मदद मांगी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या नोटों को जाली मुद्रा के रूप में गिना जा सकता

Oct 1, 2022 - 11:23
सूरत में 'रिवर्स बैंक ऑफ इंडिया' के 25.80 करोड़ के जाली नोट जब्त, पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया

नवरात्रि और दशहरा के पावन उत्सव पर Jaimamart लाया है धमाकेदार ऑफर In Alwar City Shop Now https://jaimamart.com

गुजरात के सूरत जिले में एक एम्बुलेंस से पुलिस ने 25.80 करोड़ रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं, जिन पर 'रिवर्स बैंक ऑफ इंडिया' और 'फिल्म में इस्तेमाल के लिए' छपा हुआ है। पुलिस ने एंबुलेंस चालक को हिरासत में लेकर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये फर्जी नोट फिल्मों में इस्तेमाल के लिए मुंबई ले जाए जा रहे थे।

पुलिस अधीक्षक (सूरत ग्रामीण) हितेश जोयसर ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली कि एक एंबुलेंस के जरिये जाली भारतीय मुद्रा की खेप कामरेज पुलिस थानाक्षेत्र से होकर गुजरेगी। उन्होंने कहा कि इस सूचना के बाद स्थानीय पुलिस ने गुरुवार को एक नाके पर वाहन को रोका और उसमें छह बैग में भरकर रखे गए 2000 रुपये के नोट मिले।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक नोट पर 'रिवर्स बैंक ऑफ इंडिया' और 'फिल्म में इस्तेमाल के लिए' छपा था। उन्होंने कहा कि यह जांच करने के लिए एक टीम गठित की गई है कि क्या इन नोटों को भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देश के तहत जाली मुद्रा माना जा सकता है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एंबुलेंस चालक को हिरासत में लिया गया है और उसकी पहचान हितेश कोटाडिया के तौर पर हुई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।

जोयसर ने कहा कि पुलिस ने भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और फॉरेंसिक साइंसेज लेबोरेट्री के अधिकारियों की मदद मांगी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या नोटों को जाली मुद्रा के रूप में गिना जा सकता है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि सूरत में जिस व्यक्ति से नोट की खेप ली गई, उसकी पहचान हो गई है और उससे पूछताछ की जाएगी। 

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम पूरी जांच करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह के नोट भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान न पहुंचाएं और लोगों के साथ धोखाधड़ी न हो।