छबड़ा के इस दर्द का इलाज क्या!:पीड़ित दुकानदार बोले- आंखों के सामने जलती रही दुकानें, बुझाने के लिए पानी भी नही डाल पाए, सब कुछ बर्बाद हुआ

Apr 12, 2021 - 09:21
Apr 12, 2021 - 09:36
छबड़ा के इस दर्द का इलाज क्या!:पीड़ित दुकानदार बोले- आंखों के सामने जलती रही दुकानें, बुझाने के लिए पानी भी नही डाल पाए, सब कुछ बर्बाद हुआ

बारां जिले के छबड़ा कस्बे में साम्प्रदायिक बवाल के बाद कस्बे की फिजा बदल गई। चारों ओर बर्बादी का मंजर पसरा हुआ था। कोई अपनी दुकानें के बचे हुए सामान समेट रहा था तो कोई आग बुझाने के लिए पानी का जतन कर रहा था। जिस इलाके में उपद्रवियों ने तांडव किया, वहां हर ओर खौफ की तस्वीरें नजर आ रही थी। उपद्रवियों को जो रास्ते मे दिखा उसे ही आग के हवाले करते गए। बाइक, बस, कार जो दिखा उसमें ही आग लगा दी। एक तीन मंजिला मिनी मार्ट में तो रात 8 बजे तक लोग आग बुझाने में लगे रहे।

बाइक, बस, कार जो दिखा उसमें ही आग लगा दी।

बाइक, बस, कार जो दिखा उसमें ही आग लगा दी।

दर्द इतना कि आंसू भी दे गए जवाब- पीड़ित दुकानदार

एक मामूली बात का झगड़ा इतना बड़ा रूप ले लेगा ये किसी ने सोचा नहीं था। संदीप लुहाड़िया ने बताया कि उनका तीन मंजिला रिद्धि सिद्दी मिनी मार्ट है। जिसमें घर का किराना, कपड़े, फर्नीचर, कॉस्मेटिक, खिलौने, इलेक्ट्रिक आइटम्स, स्टेशनरी, प्लास्टिक आइटम्स , डेयरी प्रोडक्ट सहित ढेर सारे आइटम्स बेचते हैं। रोज की तरह सुबह मार्ट खोला था। दोपहर डेढ़ बजे माहौल खराब होने की सूचना पर मार्ट बन्द किया। घर पहुंचते ही फोन आना शुरू हो गया। उपद्रवियों ने मार्ट में आग लगा दी। वापस लौट कर देखा तो आंखों के सामने तीन मंजिला मार्ट में आग की लपटें उठ रही थी। सैंकड़ों उपद्रवी हाथों में हथियार लिए खड़े थे। अग्मिश्मन विभाग में फोन किया लेकिन दमकल नहीं पहुंची। आग में सब कुछ जल गया। संदीप रात 8 बजे तक मार्ट में आग बुझा रहे थे। आग लगने से करीब 30 से 40 लाख के नुकसान की बात कह रहे है।

उपद्रवी दुकान का शटर तोड़कर भी साथ ले गए।

उपद्रवी दुकान का शटर तोड़कर भी साथ ले गए।

दुकान से मोबाइल ले गए- संदीप

अरुण गर्ग ने बताया कि आजाद सर्किल पर मोबाइल की शॉप है। दुकान में 500 से लेकर 50 हजार कीमत के 600-700 मोबाइल थे। हर 2 मिनट में फोन की घंटी बजती रही। आपकी दुकान को लूटा जा रहा है। उपद्रवी दुकान का शटर तोड़कर जमकर लूटपाट कर रहे है। हिम्मत करके मौके पर पहुंचा, पर100 से 200 मीटर दूरी पर खड़ा खड़ा देखता रहा। कुछ नहीं कर सका। उपद्रवियों के हाथों में हथियार थे। 15 से 20 मिनट में सारा खेल खत्म हो गया। अब दुकान में खाली डिब्बे पड़े है, 20 से 30 टूटे मोबाइल है। उपद्रवी दुकान का शटर तोड़कर भी साथ ले गए। करीब 25 से 35 लाख का नुकसान हुआ है। सब कुछ बर्बाद हो गया।

दुकान में खाली पड़े मोबाइल के डब्बे।

दुकान में खाली पड़े मोबाइल के डब्बे।