पंजाब पुलिस का नया प्लान आतंकियों और तस्करों से निपटने के लिए सरकार बनाएगी नया बॉर्डर काडर, की जाएगी नई भर्तियां

Feb 16, 2023 - 09:06
पंजाब पुलिस का नया प्लान आतंकियों और तस्करों से निपटने के लिए सरकार बनाएगी नया बॉर्डर काडर, की जाएगी नई भर्तियां

आतंकियों, गैंगस्टर और तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए सरकार पंजाब पुलिस का नया काडर बनाने जा रही है। अब तक विभिन्न जिलों में पकड़ी जाने वाली हेरोइन के मामलों में यह खुलासा हुआ है कि यह नशा बॉर्डर पार से ही पंजाब में आ रहा है।

पाकिस्तान व पंजाब का बाॅर्डर करीब 555 किलोमीटर का पड़ता है। सबसे ज्यादा ड्रोन पाक से पंजाब वाले बाॅर्डर में आ रहा है, इससे ड्रग्स व हथियार आ रहा है। इसलिए सरकार अब अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का और पठानकोट जिलों के लिए पुलिस का विशेष काॅडर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

अब इसका एलान जल्द करने वाली है। केंद्र सरकार ने भी पंजाब सरकार से इसकी रिपोर्ट मांगी है। इसलिए जहां पंजाब सरकार यह रिपोर्ट सौंपेंगी, वहीं विशेष पुलिस कॉर्डर बनाने के लिए केंद्र से पैकेज की भी मांग करेगी।

हालांकि केंद्र की एजेंसियां भी यहां काम कर रही है लेकिन पंजाब सरकार अपने स्तर पर नशा और हथियारों की तस्करी रोकने को विशेष कदम उठाने जा रही है। इस नए पुलिस काॅडर में इंस्पेक्टर और कांस्टेबल तक को शामिल किया जाएगा।

सरका का प्लान है कि इसमें भर्ती में बॉर्डर जिलों के नौजवानों को ही शामिल किया जाय क्योंकि वे यहां के जानकार हैं। वहीं पुलिस तंत्र को मजबूत करने के लिए बॉर्डर जिलों में इंटेलिजेंस का एक मुख्यालय के तौर पर अलग से बनाया जाएगा।

जिसकी कमान आला अधिकारियोें को सौंपी जाएगी। वहीं इंटेलिजेंस भी निरंतर इन पर नजर रखेगी और पुलिस और बीएसएफ भी अभियान चलाएगी। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सरकार के इस प्रयास से पुलिस तंत्र को और मजबूती मिलेगी।

नशा और हथियारों की तस्करी पुलिस के लिए चुनौती है और पंजाब पुलिस हालांकि इन तस्करों की निरंतर धरपकड़ कर रही है। अब विशेष तौर पर बार्डर एरिया में स्पेश्ल आपरेशन चलाए जा रहे है, तस्करोें के खिलाफ विशेष अभियान भी चल रहा है, जिसको पूर्ण तौर पर कामयाबी मिल रही है।

अलग से स्थापित किया जाएगा इंटेलिजेंस विंग का हेडक्वार्टर

ड्रोन पर होगी खास नजर, मुलाजिमों को दिए जाएंगे अत्याधुनिक हथियार

इस नए पुलिस कॉर्डर की ड्रोन पर विशेष नजर रहेगी। इसके लिए इस टीम को अत्याधुनिक हथियार भी दिए जाएंगे और ड्रोन के संबंध में जानकारी भी उन्हें दी जाएगी कि कैसे ड्रोन काम करता है और इससे निपटने के लिए फोर्स को क्या करना है। क्योंकि इन दिनों नशा और हथियार ड्रोन के जरिये ही बॉर्डर जिलों में पहुंच रहे हैं।

नए कैडर में शामिल कर्मियों का 5 साल तक नहीं हो सकेगा तबादला

इस नए पुलिस कॉर्डर में शामिल किए जाने वाले कर्मचारी अधिकारियों को पांच साल तक किसी भी दूसरी जगह ट्रांसफर नहीं हो सकेगा। पांच साल तक इन्हें बॉर्डर जिलों में तस्करों की धरपकड़ के लिए ही तैनात किया जाएगा। यह स्पेशल कॉडर होगा, इसलिए इसमें तैनात कर्मचारियों को कहीं और नहीं लगाया जाएगा।