रीट परीक्षा दुबारा होने से स्टूडेंट्स की चुनौतियां बढ़ेगी, 1 लाख दावेदार ज्यादा हाेने से कंपीटीशन मुश्किल होगा, इतनों पर ही लटकेगी ओवरएज की तलवार

Feb 10, 2022 - 09:32
रीट परीक्षा दुबारा होने से स्टूडेंट्स की चुनौतियां बढ़ेगी, 1 लाख दावेदार ज्यादा हाेने से कंपीटीशन मुश्किल होगा, इतनों पर ही लटकेगी ओवरएज की तलवार
10 साल में 4 बार हुई आरटेट-रीट के लेवल सैंकड में 7.83 लाख हुए पात्र, 4 साल बाद रीट होने से 1 साल मे ही लेवल सैंकड में रिकॉर्ड 7.73 लाख हुए योग्य

रीट परीक्षा-2021 रद्द होने से 12 लाख अभ्यर्थी मायूस हैं। इन अभ्यर्थियों के लिए अब शिक्षक बनने की राह मुश्किल हो गई है क्योंकि एक की बजाय दो एग्जाम देने होंगे। अनुमान के मुताबिक 1 लाख आवेदक बढ़ेंगे जिससे कंपीटिशन मुश्किल होगा। साथ ही लगभग एक लाख आवेदकों के ओवरएज हो जाने की भी आशंका है। हालांकि सरकार ऊपरी आयु सीमा में छूट दे सकती हैं।

पिछले 10 साल में हुई आरटेट और रीट परीक्षा का विश्लेषण करें तो सामने आया है कि 2011 से 2017 तक हुई 4 आरटेट और रीट परीक्षा के लेवल सैकंड में करीब 7.83 लाख अभ्यर्थी पात्र घोषित किए गए। उधर 2017 के 4 साल बाद 2021 में रीट परीक्षा होने से लेवल सैकंड के पात्र अभ्यर्थियों का आंकड़ा एक साल में ही रिकॉर्ड 7.73 लाख के पार पहुंच चुका है।

अब जुलाई में प्रस्तावित रीट 2022 में रीट 2021 के पात्र 7.73 लाख अभ्यर्थियों के साथ बीएड अंतिम वर्ष के करीब एक अभ्यर्थी भी शामिल होंगे। इसके अलावा जो 5 लाख अभ्यर्थी रीट 2021 में आवेदन करने के बाद भी पात्रता हासिल करने से वंचित रहे हैं वह भी रीट 2022 में आवेदन करेंगे। ऐसे में लेवल सैकंड में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों का आंकड़ा 13.50 लाख से अधिक रहेगा।

जबकि 2011 में यह आंकड़ा मात्र 3.50 लाख का था। अगर हम नौकरी की बात करें तो पिछले 10 सालों में राज्य सरकार ने लेवल वन और लेवल सैकंड में करीब 1.30 लाख तृतीय श्रेणी शिक्षकों को नियुक्ति दी है। इनमें लगभग 80 हजार लेवल सैकंड के शिक्षक शामिल हैं।

10 सालों में लेवल वन व सैकंड में करीब 1.30 लाख तृतीय श्रेणी शिक्षकों को नियुक्ति

परीक्षाओं का हाईएस्ट स्कोर
परीक्षाओं का हाईएस्ट स्कोर

टॉपर सुरभि पारीक बोली: 300 की सजा 7.83 लाख को देना गलत, नकल करने वालों का रिजल्ट रद्द होना चाहिए
रीट लेवल सैंकंड में 150 में 146 अंक लाकर टॉप करने वाली बीकानेर की सुरभि पारीक ने कहां की 300 लोगों की सजा 7.83 लाख अभ्यर्थियों को देना गलत है। पारीक ने सिस्टम पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए था कि जिन्होंने नकल की है उनका रिजल्ट रद्द किया जाए। लेकिन पूरी परीक्षा को ही रद्द करना अन्याय है। फिर से उसी कैपेसिटी के साथ पढ़ाई करना और टॉपर आना हर स्टूडेंट के लिए संभव नहीं। लाखों स्टूडेंट्स के सपने टूट चुके हैं। सरकार ने हमारा मजाक बना दिया। वे बोली अब फिर से रीट देने का मन नहीं है।

  • मेहनती विद्यार्थियों के साथ अन्याय हुआ है। रीट लेवल सैंकड के सफल स्टूडेंट्स को अब दो परीक्षा देनी होगी। पहले एलिजिबिलिटी टेस्ट और सिर्फ भर्ती परीक्षा। इसकी क्या गारंटी है कि इस बार की परीक्षा में नकल नहीं होगी। - चंद्रकला इंदा, अभ्यर्थी, रीट परीक्षा
  • रीट रद्द होने से आर्थिक, मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है। अब वापस से सब शुरू करना मुश्किल है, और अब भी सरकार कब वापस परीक्षा करवाएगी इसका भी कोई पता नही है। - वाजिद असलम भाटी, अभ्यर्थी रीट भर्ती
  • भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जल्द जारी करें। गैर जमानती कानून भी जल्द से जल्द लेकर आए और साथ में बाहरी राज्य को कोटा कम करके प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दे। इस बार युवा, भ्रष्टाचार पेपर लीक बर्दाश्त नहीं करेगा।- उपेन यादव, प्रदेश अध्यक्ष, बेरोजगार एकीकृत महासंघ

एक्सपर्ट पैनल
डॉ.विजय शंकर आचार्य, पूर्व संयुक्त निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, शिक्षक नेता महेंद्र पांडे, बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव।

पिछले 10 सालों में यूं बदला शिक्षक भर्ती का पैटर्न

  • 2011 व 2012 में टीचर बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी किया गया। जिसके लिए आरटेट हुई।
  • तृतीय श्रेणी शिक्षक पदों पर नियुक्ति के लिए जिला परिषद स्तर पर अलग से भर्ती परीक्षा कराई गई। मेरिट भी जिलेवार बनाई गई।
  • 2015 में शिक्षक पात्रता परीक्षा का नाम आरटेट से बदलकर रीट कर दिया गया। रीट के अंकों के आधार पर ही भर्ती का नया फार्मूला लागू हुआ। अलग से शिक्षक भर्ती परीक्षा कराने का प्रावधान समाप्त कर दिया गया। इसमें राज्य स्तर पर मेरिट बनाई गई। रीट 2015 के आधार पर वर्ष 2016 में 15 हजार और रीट 2017 के आधार पर वर्ष 2018 में 54 हजार पदों पर भर्ती निकाली गई।
  • 2021 में शिक्षक भर्ती के लिए 26 सितंबर को रीट का आयोजन हुआ। वर्ष 2022 में 32 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पदों के लिए भर्ती निकाली गई। लेवल सैकंड में रीट मेरिट के अंकों का 90% और स्नातक के अंकों का 10% वेटेज जोड़कर मैरिट बनाने का फैसला हुआ। रीट पेपर नकल प्रकरण में लेवल सैंकड परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।

आगे क्या
राज्य सरकार के फैसले के मुताबिक रीट 2021 के लेवल सैकंड के 16500 पदों को जोड़ते हुए अब कुल 46500 पदों के लिए रीट 2022 का आयोजन इसी साल जुलाई में होगा। इस परीक्षा में रीट परीक्षा 2021 के लेवल सैकंड के अभ्यर्थी और बीएड फाइनल ईयर के अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे।