लड़कियों के लिए आईआईटी में गोल्डन चांस अब हर पांचवीं सीट पर बेटी का एडमिशन

Sep 26, 2020 - 04:40
Sep 26, 2020 - 04:45
लड़कियों के लिए आईआईटी में गोल्डन चांस अब हर पांचवीं सीट पर बेटी का एडमिशन

आईआईटी की राह बेटियों के लिए आसान होने वाली है। देश की 23 आईआईटी के बीटेक प्रोग्राम में 20 प्रतिशत गर्ल्स को आरक्षित सीटों पर दाखिला दिया जाएगा। इसका मतलब यह है कि हर 5 में से एक सीट बेटी की हाेगी। इसमें 2000 से अधिक अतिरिक्त सीटें बेटियों को मिल जाएगी। ये एक सुपरन्यूमरेरी कोटा है जो अतिरिक्त सीटों पर दिया जाएगा। सरल भाषा में समझें तो पहले से उपलब्ध सीटों पर बिना कोई प्रभाव डाले लड़कियों के लिए अतिरिक्त सीटें बनाई जाएंगी।

इसके अलावा महिलाओं के लिए एक अलग योग्यता सूची भी बनाई जाएगी ताकि उन्हें एक बेहतर परिसर चुनने की सुविधा हो। आईआईटी दिल्ली 27 सितंबर 2020 को जेईई एडवांस्ड का आयोजन करा रहा है, जिसका रिजल्ट 5 अक्टूबर को जारी होगा। इसके बाद जोसा ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए आवेदन व सीट आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर देगा।

साल 2017 तक आईआईटी में छात्राओं की औसत संख्या 9 प्रतिशत होने से केंद्र सरकार ने उच्च तकनीकी शिक्षा में छात्राओं के अनुपात को संतुलित करने के लिए साल 2018 में गर्ल्स के लिए 550 (14 प्रतिशत) सुपरन्यूमरेरी सीटें बढ़ाने का फैसला किया था। ये सीटें सभी आईआईटी में सामान्य सीटों के अलावा अतिरिक्त रूप से बढ़ाई गई।

2019 में गर्ल्स रिजर्वेशन बढ़ाकर 1122 (17.19 प्रतिशत) किया गया। सरकार का लक्ष्य था कि 2020 तक प्रत्येक आईआईटी में 5 में से एक छात्रा को प्रवेश दिया जाए। जिससे इस वर्ष 20 प्रतिशत छात्राओं को ऑल इंडिया गर्ल्स रैंक के आधार पर आईआईटी व मनपसंद ब्रांच में एडमिशन मिल जाएगा।