बारां नाबालिग बहनों से दुष्कर्म मामला:लड़कियों के बयान फिर से लिए जाएंगे

Oct 2, 2020 - 07:16
Oct 2, 2020 - 07:48
बारां नाबालिग बहनों से दुष्कर्म मामला:लड़कियों के बयान फिर से लिए जाएंगे

बारां जिले में बुधवार को सामने आए दो नाबालिग बहनों से दुष्कर्म मामले की जांच अब महिला अत्याचार निवारण सेल को सौंप दी गई है। डीएसपी राकेश शर्मा अब पूरे मामले की जांच करेंगे। इसके बाद अब पुलिस द्वारा अब फिर से बयानों लिए जा सकते हैं। इससे मुख्यमंत्री गहलोत ने पूरे मामले में गुरुवार सुबह ही ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने दावा किया था कि बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही।

वहीं, बारा के एसपी डॉ. रवि ने बताया कि पीडि़ताओं के पिता की रिपोर्ट पर 19 सितंबर को ही मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस ने 21 सितंबर को उनको बयान दर्ज किए। बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। वहां से उनको सखी केंद्र भेज दिया। पीड़िताओं ने मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में स्वेच्छा से घूमने के लिए घर से जाने की बात कही थी।

उन्होंने बताया कि अब पीड़िताओं के पिता की ओर से परिवाद दिया है। इस पर बाल कल्याण समिति के माध्यम से फिर से काउंसलिंग कराई जा रही है। अब कोर्ट में फिर से 164 के बयान करवाने के लिए निवेदन किया है। पुलिस शुरू से ही मामले में निष्पक्ष रही है। पूरे मामले में नियमानुसार कार्रवाई की गई है। मामले की गंभीरता को देखते जांच महिला अत्याचार निवारण सेल प्रभारी डीएसपी राकेश शर्मा को दी है।

क्या है पूरा मामला

बारां में पीड़ित लड़कियों के परिजनों का कहना है कि 18 से 21 सितंबर तक युवक दो नाबालिग लड़कियों को कोटा, जयपुर और अजमेर ले गए। जहां दोनों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। आरोपियों ने नाबालिग लड़कियों को पुलिस के सामने कुछ बोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान लड़कों के पकड़े जाने के बावजूद उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, लड़कियों को सखी केंद्र भेजा गया।

मुख्यमंत्री गहलोत का ट्वीट