दो विभागों के विवाद में फंसे शहरवासी: पेयजल सप्लाई के लिए आधे शहर में राेजाना 45 मिनट की बिजली कटाैती, फिर भी रहती है पानी की किल्लत

May 13, 2021 - 07:02
May 13, 2021 - 07:15
दो विभागों के विवाद में फंसे शहरवासी: पेयजल सप्लाई के लिए आधे शहर में राेजाना 45 मिनट की बिजली कटाैती, फिर भी रहती है पानी की किल्लत

पेयजल सप्लाई काे सुधारने के लिए आधे शहर में राेजाना 45 मिनट की अलग-अलग एरिया वाइज बिजली कटाैती की जा रही है। कटाैती सुबह चार से लेकर रात के 11 बजे के बीच जलदाय विभाग के अधिकारियाें की सूचना पर एरिया वाइज हाेती है। बावजूद शहर में पेयजल संकट दिनाेंदिन गहराता जा रहा है।

बिजली कंपनी ने लाइट काटने का शैड्यूल रविवार से शुरू कर रखा है। उनका कहना है कि गर्मी के सीजन में अब और ज्यादा कटाैती संभव नहीं है। पानी की समस्या काे लेकर भास्कर ने बुधवार काे पड़ताल की ताे सच सामने आया कि शहर में बिजली की नहीं पानी की कटाैती भी जारी है। एक समय में पांच फीडर बंद किए जाते है।

रात तक 50 से ज्यादा फीडर प्रभावित हाेने से आधे शहर में बिजली बारी-बारी से बंद हाेती है। कई फीडर ऐसे भी हैं, जिन्हें दिन में एक से ज्यादा बार बंद करना पड़ता है। सब कुछ करने के बावजूद जलदाय विभाग डिमांड के मुताबिक आधे शहर काे भी एक दिन छाेड़कर पानी की सप्लाई नहीं दे पा रहा है। आए दिन शहर के अलग-अलग एरिया में लाेगाें का आक्राेश सामने आ रहा है।

जानिए बुधवार काे पेयजल सप्लाई के समय कहां-कहां और कब से कब तक बंद रही बिजली

1. समय सुबह पांच से सात के बीच 45 मिनट एरिया वाइज बिजली बंद रहने से नहराें का बास, धाेबीधाेरा, हनुमान हत्था, माजीसा का बास, कथूरिया काॅलाेनी, नवलसागर, चलाना हाॅस्पिटल के आसपास का एरिया, सूरजपुरा, तिलकनगर, महिला मंडल स्कूल के पास, कुचीलपुरा चाैक, पिंक माॅडल स्कूल व अन्य एरिया में बिजली बंद की गई।

2. समय सुबह 10.30 से 11.15 के बीच चाैपड़ा बाड़ी, भैराे मंदिर, चाैपड़ा कटला, करनानी माेहल्ला आदि एरिया प्रभावित हुआ।

3. समय दाेपहर एक से दाे बजे के बीच रानीबाजार, राम मंदिर, केसरदेसर, पवनपुरी, सार्दुल काॅलाेनी, सूरजपुरा एक्सटेंशन व अन्य एरिया प्रभावित हाे। इनके अलावा भी रात 11 बजे तक पेयजल सप्लाई काे लेकर अलग-अलग एरिया में बिजली की सप्लाई 45 मिनट के लिए बंद की गई।

यूं समझें कैसे प्रभावित हाे रही है पब्लिक
शहर क्षेत्री में बिजली सप्लाई के लिए नाै सब स्टेशन है। बिजली की सप्लाई के लिए 11 केवी के 179 फीडर से राेजाना एक लाख 70 हजार उपभाेक्ताओं काे बिजली सप्लाई की जाती है। इसके लिए 3700 छाेटे और 61 बड़े ट्रांसफामर्स का विशाल नेटवर्क है। एक फीडर बंद हाेने से करीब पांच हजार से ज्यादा उपभाेक्ता प्रभावित हाेते हैं।

शहर में एक दिन छाेड़कर पेयजल की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में आधे शहर काे राेजाना पानी आने के समय लाइट के बगैर रहना पड़ता है ताकि लाेग माेटर लगाकर पानी न खींचे। उद्देश्य यह है कि टेल तक पानी पहुंच सके, जबकि इतना सब करने के बावजूद पेयजल की किल्लत शहर में बरकरार है।

रिजर्व वाटर कम हाे रहा है, सप्लाई में कटाैती करना मजबूरी
रिजर्व वाटर दिनाेंदिन कम हाे रहा है। दाे जून से पहले पानी विभाग काे नहीं मिलेगा। ऐसे में सप्लाई में कटाैती की जा रही है। कुछ एरिया में हाइट की दिक्कत है। कहीं खपत ज्यादा है। उपभाेक्ता भी बढ़ गए है।ऐसे में विभाग की काेशिश रहती है, जहां पेयजल नहीं पहुंच रहा। वहां टैंकर से सप्लाई की जाती है।-दीपक बंसल, एसई, जलदाय विभाग।

जलदाय विभाग के शेड्यूल के हिसाब से कर रहे हैं कटाैती
शहर में पेयजल सप्लाई की व्यवस्था बनाए रखने के लिए जलदाय विभाग का सहयाेग किया जा रहा है। राेज तय शेड्यूल के हिसाब से बिजली का कट लगाया जाता है। एमरजेंसी सेवाओं में किसी तरह की कटाैती संभव नहीं है। -शांतनू भट्टाचार्य, सीओओ, बीकेईएसएल