आत्मा परियोजना: अन्नदाता को मिलेगा सम्मान, कृषि के क्षेत्र में नवाचार अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ाएं किसान : योगेश शर्मा

Jul 31, 2021 - 07:26
Jul 31, 2021 - 07:35
आत्मा परियोजना: अन्नदाता को मिलेगा सम्मान, कृषि के क्षेत्र में नवाचार अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ाएं किसान : योगेश शर्मा

पंचायत समिति बयाना के गांव फरसो तथा दहगांव में कार्यालय परियोजना निदेशक आत्मा भरतपुर की ओर से कृषक रुचि समूह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेश कुमार शर्मा परियोजना निदेशक आत्मा भरतपुर ने किसानों को जानकारी देते बताया कि इस वर्ष राज्य सरकार आत्मा योजनांतर्गत प्रत्येक पंचायत समिति से पांच-पांच प्रगति शील किसानों को पुरस्कृत करेगी।

इसके लिए किसान भाई अपने नजदीकी कृषि पर्यवेक्षक या कार्यालय परियोजना निदेशक आत्मा भरतपुर से संपर्क कर 31 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। परियोजना निदेशक शर्मा ने किसानों को कृषक रुचि समूह गठन, एफपीओ समूह गठन के बारे में विस्तार से जानकारी देते इनके गठन व कार्य करने का तरीका, समूह बनाकर कृषि कार्य करने के लाभ इत्यादि के बारे में बताया।

उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि बदलते परिवेश में खेती को मुनाफे का सौदा बनाने के लिए सजगता के साथ नई-नई तकनीकों को अपनायें और अपनी आमदनी बढ़ाएं। किसानों को बागवानी फसलों को भी अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए कृषि आधारित उद्योग धंधे स्थापित करने में भी सहयोग और अनुदान उपलब्ध करा रही है। इसके लिए किसान पशु आहार इकाई, डेयरी उद्योग, दाल प्रसंस्करण इकाई, धान से चावल तैयार करने की इकाई, अचार, जैम, जैली, मुरब्बा इकाई स्थापना, सरसों तेल निकालने के लिए इकाई स्थापना आदि पर लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 2 करोड रुपए तक अनुदान उपलब्ध करा रही है।

सहायक निदेशक कृषि विभाग बयाना सुरेश गुप्ता ने उपस्थित कृषकों को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार द्वारा किसानों को पैदावार बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रहे हैं। किसानों के लिए उन्नत कृषि यंत्र, पौध संरक्षण यंत्र, सिंचाई पाइप लाइन, तथा खेत तलाई (फार्म पोंड) , तारबंदी आदि पर अनुदान दिया जा रहा है। अगर किसान सिंचाई के लिए वर्षा जल का संग्रहण करना चाहते हैं। तो इसके लिए कच्चे तालाब का निर्माण कर सकते हैं।

इसके लिए किसान 20 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा तथा 3 मीटर गहरा गड्ढा तैयार कर लें। इसे बनाने के लिए सरकार 63 हजार रुपए का अनुदान दे रही है। अगर इस कच्चे तालाब में पानी नहीं रुकता है तो किसान प्लास्टिक की शीट भी तालाब में बिछा सकते हैं। इसके लिए भी सरकार 2500 रुपए की छूट दे रही है। सत्यपाल वरिष्ठ सहायक, कृषि अधिकारी, कैलादेवी ने समस्या ग्रस्त मिट्टी तथा पानी की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इनका प्रबंधन आसानी से किया जा सकता है।